Delhi ke mukhya bajar



मत Kbhi

दिल्ली। आने वाले किसी भी व्यक्ति की यात्रा तब तक पूरी तरह से नहीं हो सकती जब तक वह चौंका न जाए। यह दिल्ली थोक व्यापार का प्रमुख केंद्र है। पुराने समय में तुर्की, चीन और हॉलैंड के व्यापारियों का यहाँ व्यापार होता था। यह मुगल काल का प्रमुख व्यवसायिक केंद्र था। इसका डिज़ाइन शाहजहाँ की बेटी जहाँ आरा पैटन ने बनाया था। यहां की गलियां संसारी हैं। इसलिए यहां गाड़ी लेकर न आने की सलाह दी गई है।

कनॉट प्लेसमत करो

कनॉट प्लेनस दिल्ली का प्रमुख व्यवसाय केंद्र है। इसका नाम ब्रिटेन के शाही परिवार के सदस्य ड्यूक ऑफ कनॉट का नाम रखा गया था। इस मार्केट का डिज़ाइन डब्यू एच निकोला और टॉर रसेल ने बनाया था। यह बाज़ार अपने समय का भारत का सबसे बड़ा बाज़ार था। स्थापना के 65 वर्ष बाद भी यह दिल्ली में खरीदारी का प्रमुख केंद्र है। यहां के इनर ग्राहकों में लगभग सभी अंतरराष्ट्रीय ब्रांड के शोरूम, रेस्तरां और बार हैं। यहां पर सत्यपुरा की दुकानें भी हैं जहां आपको भारत के बारे में जानकारी देने वाली बहुत अच्छी किताबें मिल जाएंगी।

जनपथ और प्लास्टिक बाजारमत करो

रेगिस्तान के बाद यहां आए आदिवासियों और तिब्बती आदिवासियों ने यहां अपने शिष्यों को इस बाजार में बसाया। यहां आपको कपड़े मिल जाएंगे लेकिन इसके लिए मोल भाव करना चाहिए। जनपथ में सेंट्रल शेट्टी इंडस्ट्रीज एन्पोरियम है। इसके पास ही जवाहर व्यापार भवन है जहां भारतीय हस्तशिल्प का सामान देखा और खरीदा जा सकता है। पैसिफिक बाजार घरेलू बाजार है। यहां करीब 400 डिपो हैं जहां कपड़े और बिजली के सामान की कम कीमत मिलती है लेकिन यहां भी बहुत मोल भाव किया जा रहा है।

दिल्ली हाटमत करो

दिल्ली हाट एम्स से कुछ ही दूरी पर स्थित है। यहां पर संपूर्ण भारत के एक साथ दर्शन हो सकते हैं। यहां भारत के विभिन्न प्रांतों के हस्तशिल्प के चित्रित चित्र हैं। दक्षिण भारतीय व्यंजन से लेकर सुदूर उत्तर पूर्व के व्यंजन स्टॉल भी यहां मिल जाते हैं। यहां समय-समय पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाता है। यहां आप नृत्य और संगीत का भी आनंद उठा सकते हैं।

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